सांसदों के निलंबन पर बोलीं सोनिया गांधी, लोकतंत्र के लिए 'काला दिन'
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने लोकसभा में आज अपनी पार्टी के 25 सांसदों को निलंबित किए जाने को लोकतंत्र के लिए ‘काला दिन’ बताया और उनकी पार्टी ने कहा कि नरेन्द्र मोदी सरकार यहां लोकतंत्र का ‘गुजरात मॉडल’ लागू कर रही है।
लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन की ओर से ललित मोदी कांड और व्यापमं घोटाले में केंद्रीय मंत्री सुषमा स्वराज और राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के इस्तीफे की मांग को लेकर नारेबाजी कर रहे 25 कांग्रेसी सदस्यों को पांच बैठकों के लिए निलंबित करने का फैसला आने पर सोनिया गांधी सदन में काफी आक्रोशित दिखी।
सोनिया गांधी ने कहा कि लोकतंत्र के लिए यह काला दिन है। वहीं लोकसभा में पार्टी के नेता मल्लिकार्जुन खडगे ने कहा कि गुजरात में जिस प्रकार विपक्षी सदस्यों को निलंबित किया जाता रहा है, वैसी ही चीजें यहां हो रही हैं। यह गुजरात मॉडल है जिसे यहां लागू किया जा रहा है। इस अनुशासनात्मक कार्रवाई के विरोध में कांग्रेस के बाकी सदस्यों की ओर निचले सदन में कार्यवाही का बहिष्कार किए जाने के बारे में पूछे जाने पर खड़गे ने हां में सिर हिलाया।
कांग्रेस के के. सी वेणुगोपाल ने कहा कि बाकी बचे सदस्यों द्वारा सदन का बहिष्कार किए जाने की संभावना है तथा इस संबंध में अन्य विपक्षी दलों से बातचीत हो रही है। इस बीच, तृणमूल कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने कहा कि वे निलंबित सदस्यों के साथ एकजुटता जाहिर करने के लिए पांच दिन तक सदन का बहिष्कार करेंगे। कांग्रेसी सदस्यों को पांच दिन के लिए ही सदन की कार्यवाही से निलंबित किया गया है।
इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस समझौते को ऐतिहासिक फैसला बताया। साथ ही उन्होंने कहा कि ये 60 साल से समस्या बनी हुई थी। वहीं उन्होंने नगा नेताओं का शुक्रिया अदा करते हुए नगालैंड के लोगों की तारीफ की। साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि पूर्वोत्तर का विकास करना सरकार की प्राथमिकता है और सरकार नगालैंड नई ऊंचाइयों तक ले जाएगी।
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